हत्या और लूट रतलाम का सच कैसे आरोपी सलाखों के पीछे मास्टरमाइंड का एनकाउंटर
तिहरे हत्याकांड का आखिर कैसे हुआ पर्दाफाश क्योंकि पुलिस के सामने कहीं पहलू आए जैसे कि हत्या के पीछे लूट या फिर आपसी रंजिश इन्हीं पहलुओं के आधार पर पुलिस जुट गई थी सनसनी हत्याकांड का खुलासा करने के लिए जिसमें पुलिस को कई अहम सबूत भी मिले जैसे की सीसीटीवी फुटेज लेकिन आखिर क्या थी इस हत्या की वजह लूट या फिर कुछ और फिलहाल पुलिस हर तरीके से इस केस को सुलझा ने में लग गई क्योंकि पुलिस सीसी फुटेज मैं कैद आरोपी को पकड़ने में जुट गई थी क्योंकि गुनहगार कितना भी बड़ा शातिर ही क्यों ना हो लेकिन जब पुलिस खुलासा करने पर उतर आती है तो खाक से भी सबूत निकाल आती है एक ऐसी ही चुनौती थी पुलिस के लिए जिसे पुलिस ने ईट का जवाब पत्थर से देते हुए मास्टरमाइंड के साथियों को सलाखों के पीछे डालने के बाद मास्टरमाइंड का एनकाउंटर
यहां से हुई थी घटना की शुरुआत
*पटाखों के शोर शराबे मैं दब गई थी फायर की आवाज*
रतलाम के राजीव नगर क्षेत्र में तब सनसनी फैल गई जब एक ही परिवार के 3 सदस्य की 25 नवम्बर की रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना में पति पत्नी और उनकी की बेटी की मौत हो गई। घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी सहित अनेक पुलिस अधिकारी पहुंच गए और इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया ।आपको बता दें कि विनोबा नगर इलाके के राजीव नगर स्थित मकान न.61 में रहने वाले गोविन्दराम पिता बगदीराम सोलंकी 50, उसकी पत्नी शारदा 45 और पुत्री की अज्ञात हमलावरों ने 25 नवम्बर की रात को गोली मार कर हत्या कर दी। मृतक गोविन्दराम सोलंकी स्टेशन रोड क्षेत्र में हेयर सैलून चलाता था जबकि उसकी पुत्री नर्सिंग की पढाई कर रही थी। घटना की जानकारी सुबह सबसे पहले पडोसियों को मिली। गोविन्दराम अपने तीन मंजीला मकान की दूसरी मंजिल पर परिवार सहित रहता था,जबकि मकान में चार पांच किरायेदार भी रहते है। 26 नवम्बर की सुबह करीब साढे आठ बजे जब पडोसियों नें गोविन्दराम के घर का दरवाजा खुला देखा तो शंका होने पर उन्होने अंदर झांका। भीतर तीनों के रक्तरंजित शव पडे थे। घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पंहुचा। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी भी मौके पर पंहुच गए। घटनास्थल पर एफएसएल की टीम,पुलिस डॉग इत्यादि मौजूद रहे और मामले की बारीकी से जाँच भी की जा रही है और इतनी दर्दनाक घटना को लेकर
पुलिस पूरी ताकत से लगी है। शुरुआती तफ्तीश में फिलहाल इतना ही अंदाजा लग पाया है कि ये हत्याएं लूट या चोरी की नीयत से नहीं की गई है। इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि यह हत्याकाण्ड कहीं ना कहीं आपसी रंजिश के कारण हुआ है।
उल्लेखनीय है कि एक ही परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या करने जैसी वारदात इससे पहले जिले में कभी भी नहीं सुनी गई थी। इतना सनसनीखेज हत्याकाण्ड पहली बार ही देखने को मिला है। वारदात की गंभीरता के चलते पुलिस के तमाम आला अफसर सुबह से इस वारदात की छानबीन में लगे हुए है। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी,जिले के दोनो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समेत तीनों थानों के टीआई,एफएसएल अधिकारी आदि तमाम अधिकारी अपने अपने स्तर पर मामले की छानबीन में लगे है। एसपी गौरव तिवारी 26 नवबंर को सुबह घटनास्थल का मौका मुआयना करने के बाद औद्योगिक थाने पर मौजूद रहे और पुलिस जांच का नेतृत्व कर किया
अब तक हुई शुरुआती जांच में यही उभर कर आया है कि ये हत्याकाण्ड चोरी या लूट के लिए नहीं किया गया है। पुलिस के जांचकर्ता शुरुआती तौर पर यही मान रहे हैैं कि ये जघन्य हत्याकाण्ड किसी रंजिश की वजह से अंजाम दिया गया है।
हत्या के समय का ठीक अंदाजा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लग सकेगा,लेकिन जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि गृहस्वामी मृतक गोविन्दराम रात को नौ बजे तक दुकान चलाता था और इसके बाद दुकान बन्द करके घर लौटता था। घटना वाली रात भी दुकान बन्द करके साढे नौ तक घर लौटा था। इस हिसाब से हत्या की वारदात रात साढे नौ बजे के बाद ही हुई होगी। तीन लोगों की हत्या के लिए कम से कम तीन फायर किए गए थे। लेकिन आसपास में किसी को फायर की आवाज सुनाई नहीं दी। इसका कारण यह माना जा रहा है कि 25 नवम्बर बुधवार रात को छोटी दीवाली होने की वजह से रात के वक्त पूरे शहर में पटाखे फोडे जा रहे थे और हर तरफ पटाखों की आवाज गूंज रही होगी। पटाखों के शोर में फायर की आवाज दब गई और इसी वजह से आसपास के लोग फायर की आवाज को समझ नहीं पाए।
गाडी की चाबी के कारण पता चला हत्याकाण्ड का मृतक गोविन्द सौलंकी के ही घर में किराये से रहने वाली एक युवती मृतक की सहेली थी। मृतक नर्सिंग की पढाई कर रही थी और उसी के घर में रहने वाली युवती नर्सिंग की पढाई पूरी करके एक निजी अस्पताल में काम करती थी। इसी वजह से उक्त युवती की मृतक से दोस्ती थी। गुरुवार सुबह करीब साढे आठ बजे मृतक की सहेली एक्टिवा की चाबी लेने दूसरी मंजिल पर गोविन्द सोलंकी के घर पंहुची थी,उसी समय उसे इस घटना की जानकारी मिली। उक्त युवती ने तत्काल मकान के अन्य रहवासियों को इस बारे में बताया और फिर तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी गई।
दरवाजे पर ही शूट किया गोविन्द सोलंकी को*घटनास्थल गोविन्दराम सौलंकी का राजीव नगर स्थित मकान एक चार मंजिला इमारत है। इस भवन के तल मंजिल पर दो परिवार किरायेदार है,जबकि एक दुकान बनी हुई है। यहां किराने की दुकान संचालित की जाती है। पहली मंजिल पर गोविन्द अपने परिवार के साथ रहता था। तीसरी मंजिल पर भी दो परिवार किरायेदार थे,जबकि चौथी मंजिल पर एक कमरा बना हुआ है। जब पुलिस मौके पर पंहुची,तब मृतक गोविन्द राम का शव दरवाजे के पास ही पडा मिला। उसके पास ही दूध की थैली और कुछ सामान भी पडा था। इससे अंदाजा लगाया गया कि हत्यारे ने घर में घुसते ही सबसे पहले दरवाजे पर ही गोविन्द सोलंकी को शूट किया। उसकी पत्नी का शव पलंग पर पाया गया। गोविन्द को गोली मारने के बाद हत्यारे ने सोने की तैयारी कर रही उसकी पत्नी शारदा पर फायर किया। इसके बाद हत्यारा पिछले कमरे में पंहुचा,जहां उसने बेटी को भी शूट किया। क्योंकि बेटी का शव कमरे के फर्श पर पडा मिला था।
वारदात की जानकारी 26 नवबंर सुबह करीब साढे आठ बजे मिली थी। पुलिस का अनुमान है कि हत्या की वारदात इससे करीब छ: से आठ घण्टे पहले हुई होगी। तीनों शव कडक हो चुके थे। इसी कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है। छ: से आठ घण्टे पहले यानी 25 नवंबर बुधवार की रात करीब नौ से ग्यारह के बीच ही पटाखे फोडे जा रहे थे,इसी वजह से फायर की आवाज भी दब गई थी।
हांलाकि पुलिस कई एंगल पर जांच कर रही है।
*शुरुवात की सुर्खियां कहीं एंगल पर जांच का विषय है आखिर क्या था सच*
जघन्य हत्या के आरोपियों के सबंध में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे थे। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपियों का हुलिया प्राप्त किया था। पुलिस के अनुसार सीसीटीवी कैमरे से इस बात का भी खुलासा हुआ था कि वारदात में दो आरोपी शामिल थे। वहीं वारदात के समय और आरोपियों के भागने के रास्ते का भी पुलिस ने पता लगा लिया था।घटना स्थल से जिस स्कूटी पर आरोपी भागे थे,पुलिस ने उसे भी बरामद कर लिया है।
इस तिहरे हत्याकांड को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए एसपी गौरव तिवारी और रतलाम पुलिस पुरी मुस्तैदी के साथ लगी हुई थी। 26 नवम्बर गुरुवार को दिनभर व रातभर पुलिस की तफ्तीश जारी रही। एसपी गौरव तिवारी लगातार टीम को कार्रवाई का निर्देश दे रहे है। शुक्रवार सुबह भी एसपी गौरव तिवारी जल्दी औद्योगिक क्षेत्र थाने पहुंच गए थे।
*दिन-रात जुट गए थे पुलिस कप्तान सनसनी हत्याकांड के खुलासे को लेकर*
एक नहीं दो आरोपियों ने दिया हत्याकांड को अंजाम
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की है।जिसके बाद पुलिस को आरोपियों के संबंध में अहम सुराग हाथ लगे हैं।सीसीटीवी कैमरे से मिली तस्वीरों से इस बात का खुलासा हुआ है कि वारदात में दो आरोपी शामिल थे।
रात 9:15 बजे से पहले हुई वारदात
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे के आधार पर इस बात का पता चला है कि वारदात रात 9:15 बजे पहले की है।क्योंकि दोनों आरोपी 9:15 बजे घटनास्थल से निकलकर जाते हुए नजर आ रहे हैं।
थोड़ी दूर जाकर अलग-अलग वाहनों पर हुए सवार
एसपी गौरव तिवारी के अनुसार घटनास्थल से आरोपी किराएदार की स्कूटी लेकर भागे थे। आरोपियों ने वारदात को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया है।उन्होंने अपना एक वाहन पहले से ही घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर एक सुनसान जगह पर खड़ा कर रखा था।वारदात के बाद आरोपी एक स्कूटी पर सवार होकर भाग गए और बाद में थोड़ी दूर पर जाकर दोनों आरोपी अलग-अलग वाहन पर सवार हो गए।
आरोपियों ने कपड़े भी बदले
एसपी गौरव तिवारी के अनुसार आरोपियों ने सुनसान जगह पर जा कर अपने कपड़े भी बदलें। सीसीटीवी कैमरे में इस बात का भी खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार सीसीटीवी कैमरे में आरोपियों के स्पष्ट चेहरे नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन पुलिस हुलिए के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।
घर से लेकर गए वाहन को किया बरामद
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के भागने के रूट का पता लगा लिया है। आरोपी घटनास्थल से देवरा देवनारायण नगर की तरफ गए और वहां घर से ले गई स्कूटी को खड़ा कर फिर एक वाहन पर सवार होकर भाग गए। देर रात में पुलिस ने देवरा देवनारायण नगर से स्कूटी को बरामद कर लिया है।
*आरोपी के चेहरे हुए थे सीसीटीवी फुटेज में कैद और कपड़ों का बदलना भी अहम बात रही*
उज्जैन रेंज के IG ने रतलाम आकर पुलिस कार्यवाही को जांचा ओर आश्वस्त होकर कहा कि पुलिस हत्यारो के बहुत नजदीक है जल्द ही पुलिस इस मामले को सुलझा लेगी
28 नवम्बर शनिवार को पुलिस को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होता दिखा जिसमे 2 लोग पैदल बात करते करते जा रहे थे वह वही अपराधी जिसने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम तक पहुँचाया। उक्त मामले की गंभीरता देख उज्जैन रेंज आईजी राकेश गुप्ता ने अपराधियो के ऊपर 30 हजार का इनाम घोषित किया।
*उज्जैन रेंज के आईजी ने रतलाम किया घटना का निरीक्षण*
उक्त मर्डर केस की पुलिस ने उलझी गुत्थी सुलझा ली थी। पुलिस ने इस मामले में चार लोगो को गिरफ्तार किया था, लेकिन इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर था। पुलिस ने इस ट्रिपल हत्याकांड के मामले में 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज, 200 लोगो से पूछताछ कर हजारों काल डिटेल्स खंगाले थे। सात दिनों तक पुलिस की मेहनत के बाद इस तिहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझ पाई थी। इस हत्याकांड में शामिल चार आरोपियों में से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने इस तिहरे हत्याकांड के साथ ही करीब छ: महीने पहले हुई महिला चिकित्सक के हत्या के मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है। उक्त वारदात में भी तिहरे हत्याकाण्ड के मास्टर माइण्ड का ही रोल सामने आया है। महिला चिकित्सक की हत्या में शामिल दो आरोपी भी पकडे जा चुके है। वहीं इस वारदात का मुख्य किरदार मास्टर माइंड अभी भी फरार है। पुलिस ने इसे साइको किलर घोषित किया है। दिलीप ने कुल छह हत्याए की है इसमें दो दाहोद में ओर 4 रतलाम की है।
-इस तरह हुई वारदात
एसपी गौरव तिवारी ने हत्याकाण्ड की जानकारी देते हुए बताया कि इस वारदात में कुल चार आरोपी शामिल थे। इनका मास्टर माइण्ड दिलीप देवल है,जो कि मूलरुप से दाहोद गुजरात का रहने वाला है,लेकिन वारदात के लिए पिछले कुछ समय से कमरा किराये से लेकर रतलाम में रह रहा था। इस वारदात में दिलीप देवल के साथ दाहोद का ही लाला भाबोर, रतलाम निवासी बाबी उर्फ अनुराग तथा गोलू उर्फ गौरव भी शामिल थे। हत्या की योजना उन्होने वारदात से दो दिन पूर्व ही बना ली थी। वारदात के लिए इन्होने जानबूझकर छोटी दीवाली का दिन चुना था,ताकि पटाखों की आवाज में फायर की आवाज दब जाए और लोग अपने घरों में ही रहें। आरोपीगण दो दिनों तक घटनास्थल की रेकी करते रहे। फिर घटनावाले दिन यानी 25 नवंबर की रात करीब सवा आठ बजे ये लोग घटनास्थल के आसपास पंहुच गए। मौका देखकर जब गली में कोई नहीं था,तब दिलीप देवल,अनुराग उर्फ बाबी और लाला भाबोर गोविन्द के घर के भीतर घुसे जबकि चौथा आरोपी गोलू उर्फ गौरव बिलवाल मोटर साइकिल व स्कूटी की निगरानी रखने और गाडी को चालू रखने के लिए बाहर ही खडा रहा,ताकि वारदात के बाद भागने में कोई दिक्कत ना आए। गोविन्द के घर के भीतर घुसते ही आरोपियों ने बाहर के कमरे में बेड पर बैठकर टीवी देख रही शारदा को उसके सिर में गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर जब दिव्या बाहर आने लगी,तो आरोपियों ने उसे भी चेहरे पर आंख के नीचे गोली मार दी। दो हत्याएं करने के बाद इन आरोपियों ने घर में रखी नगदी करीब बीस हजार रु. और जेवरात आदि लूट लिए। इसके बाद जैसे ही आरोपीगण बाहर निकलने को हुए तो इन्हे गोविन्द सोलंकी आते हुए नजर आए। गोविन्द सोलंकी घर की सीढियां चढ रहे थे,तब इन लोगों ने उसके घर के भीतर आने का इंतजार किया और जैसे ही उसने घर के भीतर कदम रखा,उसे भी सिर में गोली मार दी।
तीन हत्याएं करने के बाद ये चारों आरोपी दिव्या की स्कूटी की चाबी लेकर उसकी स्कूटी चलाकर वहां से भागे और गोलू और गौरव जो पहले से रास्ते में एक स्कूटी चालू रख कर खडा था,वहां इन लोगों ने गाडियों को बदला,अपने कपडे भी बदले और वहां से गोलू और अनुराग को एक तीसरी जगह भेज दिया। दिलीप और लाला भाबोर देवरा देवनारायण नगर में स्कूटी छोडने के बाद वहां से निकले और चारों हत्यारें एक नियत स्थान पर आपस में मिले। इस स्थान पर इन्होने लूट के माल का बंटवारा किया और चारों अलग अलग स्थानों के लिए रवाना हो गए।
*वहीं प्रेस वार्ता में एसपी गौरव तिवारी ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए साथियों को सलाखों के पीछे और मास्टर माइंड को फरार बताया*
नाम बदलकर रह रहा था साइको दिलीप
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि दिलीप देवल के खिलाफ अब तक पांच आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिली है। दाहोद में इसके खिलाफ हत्या के दो मामले दर्ज है। दाहोद में एक व्यापारी की सिर में गोली मार कर हत्या करने के प्रकरण में इसे आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। सजा के दौरान इसे पैरोल पर छोडा गया था,जहां से पैरोल के बात फरार हो गया। और अपने परिवार ओर रिश्तेदारों की मदद से यह रतलाम में रह रहा था। रतलाम के औद्योगिक क्षेत्र थाने में इसके खिलाफ बलात्कार और अपहरण का एक प्रकरण दर्ज है। दिलीप देवल बेहद शातिर अपराधी है। ये अपना नाम बदलता रहता है। पुलिस को जानकारी मिली है कि इसने अलग-अलग नाम से तीन फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखे है। ये अपना हुलिया भी बदल लेता है। इसका सुराग देने पर पुलिस ने तीस हजार रु. का नगद ईनाम भी घोषित किया है।
इस पूरे हत्याकांड का मास्टर माइंड फरार आरोपी दिलीप पिता भावसिंह देवल निवासी ग्राम खरेडी डुंगरी फल्या जिला दाहोद गुजरात हाल मुकाम महेश नगर रतलाम है जिसके उपर 30 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में अनुराग उर्फ बाबी रतलाम, गोलू उर्फ गौरव रतलाम, लाला पिता मनु , दाहोद गुजरात, सुनीत रतलाम, हिम्मत सिंह गुजरात हालमुकाम देवरादेवनारायण नगर रतलाम शामिल है।
सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड सहित पांच माह पूर्व हुए एक महिला डाक्टर की हत्या के मुख्य आरोपी का रतलाम पुलिस ने मुठभेड़ में एनकाउंटर कर दिया।एसपी गौरव तिवारी ने घटना की पुष्टि की है। आरोपी पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था ।
जानकारी के अनुसार खाचरोद के पास रतलाम तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी दिलीप देवल का पुलिस ने मुठभेड़ में एनकाउंटर किया। एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि आरोपी के संबंध में मुखबिर से सूचना मिली थी जिस पर पुलिस टीम आरोपी को पकड़ने गई थी। पकड़ने गई पुलिस टीम को देखते ही आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने आरोपी का एनकाउंटर कर दिया। आरोपी को अस्पताल ले जाया गया , जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि मुठभेड़ में 2 सब इंस्पेक्टर सहित 5 पुलिसकर्मियों भी घायल हुए है, इनमें सब इस्पेक्टर और माणक चौक थाना प्रभारी अयुब खान एवं अनुराग यादव शामिल है।
तिहरे हत्याकांड का मास्टर मांइड था
रतलाम पुलिस ने राजीव नगर के तिहरे हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल चार आरोपियों में से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस हत्याकाण्ड के साथ ही पुलिस ने करीब छ: महीने पहले की गई महिला चिकित्सक की हत्या की गुत्थी को भी सुलझा लिया था। उक्त वारदात में भी तिहरे हत्याकाण्ड के मास्टर माइण्ड दिलीप का ही रोल था। इसमें शामिल दो आरोपी भी पकडे जा चुके है।
*आखिर मारा गया मास्टरमाइंड एंड काउंटर में*
एनकाउंटर में मारे गये दिलीप देवल के परिजन शव लेने के लिए पहुंचे
साइको किलर दिलीप देवल को गुरुवार रात पुलिस ने पांच मिनट में अंजुमन मदरसे के पीछे पगडंडी पर मार गिराया। जिसके बाद शुक्रवार दोपहर 2 बजे दिलीप के परिजन शव लेने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने दिलीप के स्वजन को शव ले जाने व पोस्टमार्टम के सम्बंध में रात में ही सूचना दे दी थी। पुलिस शुक्रवार सुबह से स्वजन के आने का इंतजार कर रही थी। जिसके बाद आज दोपहर करीब सवा दो बजे इंदौर से दिलीप की पत्नी अनुराधा दो बच्चोंं के साथ अस्पताल पहुंची वही दाहोद से मृतक के पिता भाव सिंह,काका धुरा सिंह ,छोटा काका करण ,दिलीप का भाई सुनील देवल ,ससुर वीर सिंह अस्पताल पहुंचे
हत्याकांड में शामिल पूर्व में गिरफ्तार किये गए आरोपी हेमंत के पिता रूप सिंह भी जिला अस्पताल पहुंचे। उनके आने के बाद पोस्टमार्टम ले लिए कागजी कारवाई शुरू की गई।
मृतक दिलीप के पोस्टमार्टम के बाद उसका का शव शाम तक परिजनों को सौप दिया जायेगा। वही मीडियाकर्मियों ने दिलीप के परिजनों से बात करने की कोशिश की लेकिन परिजन किसी से भी बात करने के लिए तैयार नहीं थे।
*आखिर क्यों बात नहीं की देवल के परिजनों ने मीडिया कर्मियों से फिलहाल यह उनका अपना निजी पल था*
कुख्यात हत्यारे देवल के एनकाउंटर के मामले में कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
शहर एसडीएम गहलोत को बनाया जांच अधिकारी
रतलाम, गुरुवार की रात को कुख्यात हत्यारे दिलीप देवल के हुए एनकाउंटर को लेकर कलेक्टर गोपालचंद डांड ने जांच के आदेश जारी किये है। उक्त मामले की जांच के लिए रतलाम अनुविभागीय दंडाधिकारी अभिषेक गहलोत को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जानकारी के अनुसार औद्योगिक थाना क्षेत्र के अंतर्गत थाने में पंजीकृत अपराध क्रमांक 272/2020 एवं 602/2020 धारा 302 भादवि एवं 25/27 आर्म्स एक्ट में फरार आरोपी दिलीप पिता भाव सिंह देवल जाति पटेलिया निवासी ग्राम खरेड़ी थाना ग्रामीण दाहोद की पुलिस मुठभेड़ में मृत्यु की राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली एवं मानव अधिकार आयोग भोपाल द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार प्रकरण में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
प्रकरण में मजिस्ट्रेट जांच पर सहमति जताई
पुलिस अधीक्षक ने जांच पत्र में उल्लेखित तथ्यों पर आरोपी की मृत्यु के संबंध में रतलाम कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी गोपाल चंद डाट को प्रकरण में मजिस्ट्रेट जांच पर सहमति जताई है। उक्त मामले में अनुविभागीय दंडाधिकारी अभिषेक गहलोत को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
_*मंदसौर से निखिल सोनी की रिपोर्ट*_
मंदसौर की शामगढ़ पुलिस ने एक लग्जरी कार से 6 किलो से अधिक...
महानगरों से आए वक्ताओं ने वर्तमान पत्रकारिता के परिदृश्य पर डाला प्रकाश
नीमच। जिले के डीकेन...
- उमरावसिंह गुर्जर घर-घर दस्तक देकर दे रहे निमंत्रण
- गांव-शहर से मिल रहा अपार स्नेह
नीमच।...
मनासा , 7 मार्च। आम आदमी पार्टी की आज दोपहर 2 बजे से जोगनिया माता मंदिर पर समीक्षा बैठक रखी गई...
बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का किया दौरा
मंदसौर/ "बे-मौसम बरसात एवं...