छात्रा के साथ गैंगरेप पुलिस जांच में होटल आशीर्वाद निकला अयाशी का अड्डा
होटल आशीर्वाद को आज पुलिस ने किया सील
होटल संचालक प्रदीप अग्रवाल गिरप्तार
अब तक मामले में 7 आरोपी हुए गिरप्तार
पुलिस अब मुख्य आरोपी को बाल अपचारी नही मानकर वयस्क मानकर जांच कर ट्रायल में पेश करेगी
रतलाम के सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की नवलिंग छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में स्टेशन रोड स्तिथ होटल आशीर्वाद भी सुर्खियों में है । आक्रोशित नागरिक होटल मालिक कांग्रेस नेता प्रदेश कांग्रेस सचिव निमिष व्यास पर भी कार्यवाही की मांग कर रहे है । यह होटल किराए पर लेकर प्रताप नगर निवासी प्रदीप अग्रवाल ( 32 ) पिता सुभाष अग्रवाल जून 2019 से संचालन कर रहे है । पुलिस ने प्रदीप अग्रवाल को आज गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस की विवेचना में कई गम्भीर तथ्य सामने आये है । इन तथ्यों पर पुलिस भी यह मानने लगी है कि होटल आशीर्वाद अनैतिककृत्यों का अड्डा बन गई है । यहां आर्थिक लाभ लेने की नियत से इस तरह के कृत्यों का संचालन किया जाता है , जिनमे कई लोगो की भूमिका संदिध है ।
शनिवार को पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने पुराने पुलिस कंट्रोल रूम पर मामले का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया की पुलिस की विवेचना में यह महसूस किया है , कि मामला साधरण 376 भादवि और पाक्को एक्ट का ना होकर , इसके पीछे कई अन्य लोग है , जिनकी मिली भगत और लापरवाही , रजामंदी से ऐसा गम्भीर अपराध घटित हुआ है । पुलिस कप्तान ने बताया अब तक की विवेचना में यह बात भी सामने आई है कि उक्त बाल अपचारी को अबोध श्रेणी में ना मानते हुए वयस्क अपराधी मान रहे है । उसका ट्रायल किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जा रही है , जिससे मत्युदंड , आजीवन कारावास जैसे दंड मिल सके । पुलिस ने होटल आशीर्वाद को सील कर दिया है । गिरफ्तार वर्तमान संचालक प्रदीप अग्रवाल से पूछताछ की जा रही है । होटल के इंट्री रजिस्ट्रर सहित कई तथ्य पुलिस को मिले है जो यह साबित करते है कि होटल आशीर्वाद अय्याशी का अड्डा बन गया था ।
-- 2 घण्टे के लिये दिया जाता था कमरा
एसपी ने बताया क्यों होटल आशीर्वाद में दो 2 घंटे के लिए रूम दिए जाते थे और अधिकतर बुकिंग लोकल रतलाम के लोगों द्वारा ही की जाती थी इससे स्पष्ट है कि उक्त होटल आशीर्वाद अपराधियों का और अनैतिक कार्यों का अड्डा बन चुका था और यह सब संचालक की जानकारी में था उसके द्वारा कर्मचारियों को निर्देश दिए गए थे कि होटल में आने वाली महिलाओ का आइडेंटी वेरिफिकेशन नहीं किया जाए और उनसे किसी तरह की पूछताछ नहीं की जाए इससे साफ पता चलता है कि खुद संचालक द्वारा अनैतिक कार्यों को प्रोत्साहित किया जा रहा था और अवैध लाभ अर्जित किया जा रहा था उन्होंने कहा कि इस अपराध में जो जो भी शामिल पाया जाएगा उन सब के खिलाफ पुलिस बगैर किसी दबाव के निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए कठोर सजा दिलवाने के लिए भरसक प्रयास करेगी और इसके लिए फास्ट सुनवाई के लिए भी न्यायालय से आग्रह किया जाएगा।