लोकसभा के दावेदार कौन कितने पानी में ....

 लोकसभा के दावेदार कौन कितने पानी में  ....
(भाग 1) लोकसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ रही है । दंगल शुरू हो चुका है । पहला पड़ाव तिथियों की घोषणा के साथ हो चुका है । उम्मीदवारों की घोषणा के साथ दूसरे पड़ाव की तैयारियां जोरों पर है । सोशल मीडिया पर जोर आजमाइश का दौर जारी है । कोई अपना चुनाव का प्रत्याशी कमल तो कोई मोदी को बता रहा है । तो कई सिपहसालार अपने अपने नेता को तुर्रम खान सिद्ध करने पर तुले है । सभी भावी सांसदो का दिल अंदर ही अंदर धक धक कर रहा है, लेकिन अपने चेलों और समर्थको को अपने फेवर की बाते और तर्क बता कर यह विश्वास दिला कर कह रहे है टिकिट तो अपना ही होगा । फिलहाल सारे संभावितों ने खुद को सांसद मान कर मीडिया मैनेजमेंट और सोशल मीडिया के पैकेज वाले फॉलोवर भी हायर कर लिए है । भावी सांसदों के फर्जी आई डी वाले चुनिंदा फालोवर भी कड़ी मेहनत कर हर पोस्ट पर दाना पानी का कर्ज अदा करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है । #खबरवाला अपने सूत्रों से अभी भाजपा और कुछ दिन में कोंग्रेस के दावेदारों के प्रयासों को आप तक पहुंचाएगा ताकि आप की चुनावी जिज्ञासा को एक बूंद की राहत दे सके । शुरू करते है वर्तमान सुधीर गुप्ता से सांसद गुप्ता सोशल मीडिया पर सक्रिय है । उन्होंने बकायदा टीम हायर की हुई है । साथ ही कुछ संसदीय कार्यकाल में उपकृत अर्थात लाभार्थि कार्यकर्ताओं को भी इस काम पर लगाया हुआ हैं । गुप्ता ने अपने समर्थकों को टिकिट को लेकर आश्वस्त किया हुआ हैं । वे मोदी शाह और नितिन गडकरी तक का हवाला देकर अपनी योग्यता की मार्केटिंग करते नहीं थकते । हालांकि इससे उनके समर्थक ऊर्जा लेते है तो उनके विरोधी चटकारे लगा कर मजाक भी बनाते है। इससे बेफिक्र सांसद अपनी बौद्धिक जुगाली का सहारा लेकर अपनी वणिक बुद्धि से ऊपरी तल पर अपना महत्व और महत्ता सिद्ध करने में कितने सफल रहे यह समय बताएगा । लेकिन अभी सांसद गुप्ता अपना पूरा जोर रिपीट होने में लगा रहे है । हालाकि ऊपर पहुंची रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें टिकिट मिलना संभव प्रथम द्रष्टया नही होता । मुख्यरूप से कार्यकर्ताओं से दूरी, व्यावसायिक द्रष्टिकोण से काम करना साथ ही विश्वसनीय टोली का दूर होना और व्यापारिक टोली के बीच घिर जाना मुख्य कारण उभर कर आये है । सांसद ने पूरा ध्यान अभी कुछ दिनों से सबको साधने में लगा दिया है । कुछ ज्यादा अंतर नहीं आया । एक हारे हुए भाजपा प्रत्याशी राधेश्याम पाटीदार को छोड़ कर कोई साथ नही है । वैश्य वाले फार्मूले पर राजेन्द्र सुराणा का साथ जरूर मिल सकता है । चुनाव के लिए भेजे गए पूर्णकालीक लोकसभा चुनाव सहायक अशोक यादव को जरूर गुप्ता ने साधकर लोकसभा चुनाव का सह संयोजक और शेष टीम अपनी बनवा ली है । ऊपरी तौर पर नितिन गडकरी अपने करोड़पति क्लब से जुड़े होने के कारण सुधीर गुप्ता की मदद कर सकते है । प्रदेश के निर्णायक समिति को देखे तो शिवराज प्रभात झा की पहली पसंद बंशीलाल गुर्जर हैं । राकेश सिंह को सांसद साथी होने पर कन्वेंस कर लेंगे तो राकेश सिंह को अपने टीम के महामंत्री पर भी बैलेंस रहना पड़ेगा । सुहास भगत इस बार भी ना काहू से दोस्ती न काहू से बैर की भूमिका में ही है । संघ की निर्णायक निर्णायक टीम भी सुधीर के पक्ष में नही है । पिछले चुनाव में संघ के एक तरफा फेवर का लाभ सुधीर को मिला था जो इस बार नही मिलेगा । पिछले चुनाव में टिकीट दिलवाले के महत्वपूर्ण किरदार रहे चेंतन्य काश्यप भी सुधीर को लेकर इस बार सक्रिय नही है ।नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को मंदसौर लोकसभा में कोई इंट्रेस्ट नही है उन्होंने अभी अपने पत्ते नही खोले है। हाँ कैलाश विजयवर्गीय जरूर फेवर कर सकते है बशर्ते खुद दौड़ में न हो । #ख़बरवाला के सूत्रों का कहना है कि भोपाल में हुई राय शुमारी में सुधीर गुप्ता के खिलाफ जबरदस्त लामबंदी हुई है । उनके और उनके मैनेजर के सांसद बनने से लगाकर विधानसभा चुनाव तक के सारे क्रियाकलाप पेश किए गए । उनके नकारात्मक फीडबेक को लेकर पहले ही शीर्ष नेतृत्व के कान खड़े है । सांसद की लगातार नकारात्मक फीडिंग की पॉलिटिक्स अब उन्ही के गले की फांस बन रही है । हर विरोधी की चुगलखोरी करने में माहिर सुधीर और उनके गौरवशाली के 1200 पेज की दस्तावेजों की फाइल, चंदा और कमीशन के ऑडियो वीडियो क्लिप दिल्ली और भोपाल में हर निर्णायक की टेबल पर पहुंच चुकी है । इस लड़ाई में फिर कोई अभिनंदन मिराज से एफ 6 को गिरा देगा यह तय से लगने लगा है । सुधीर जितने ताकतवर हुए है उतने ही साथी सहयोगी और कर्मो के कारण कमजोर भी हो चुके है । यही दस्तावेज की राजनीति उन्होंने पिछले चुनाव में रघुनंदन शर्मा और बंशीलाल गुर्जर के खिलाफ की थी या करवाई थी जो आज उनके ही गले की फांस बन रही है । और यह पक्की खबर ख़बरवाला के सूत्र की है कि मंदसौर सहित मध्यप्रदेश 12 लोकसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी बदलना लगभग तय सा प्रतीत हो रहा है.. (शेष अगले भाग 2 दो दिन बाद )

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