पिता को लकवा मार गया

पिता को लकवा मार गया
पिता को लकवा मार गया... घर में रोजी रोटी का और कोई साधन नहीं होने से नेहा और ज्योति ने अपने पिता की नाई की दुकान संभाल ली और यह अपने बीमार पिता की सेवा अपनी पढ़ाई और अपने घर का सारा खर्च निकाल रही हैं । उत्तर प्रदेश के बनवारी गांव की दोनों बहनों के हौसले को शत शत नमन। Fb पोस्ट से साभार

एडवोकेट जितेंद सनमुखानी

एडवोकेट जितेंद सनमुखानी

मन्दसौर। मंदसौर में रजिस्ट्री का काम जोरों शोरो पर चल रहा है, लॉक डाउन खुलते ही 18 मई से...

राखी दत्ता ने अपने पिता को दिया अपना लिवर

राखी दत्ता ने अपने पिता को दिया अपना लिवर

मैं अपने सोश्यल मीडिया पर राखी दत्ता के बारे में बताना चाहता हूँ - इस 19 साल की लड़की ने अपने पिता...